Thursday, February 6, 2014

गौतम आज क्यों याद आये---------------?
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कई साल पहले पढ़ा था काव्य ; जिसमें 
गौतम के चले जाने पर यशोधरा ने कहा- 
''सखि वे मुझसे कहकर जाते 
कह तो क्या मुझको वे अपनी पथबाधा ही पाते 

जाएँ, सिद्धि पावें वे सुख से 
दुखी न हों इस जन के दुःख से ,
उपालंभ दूँ मैं किस मुख से ?
आज अधिक वे भाते ! ''

सुबह की खबरों में पत्नी कह रही थी
कि पैंतालीस साल पहले
जब वह सत्रह साल की उम्र में
पढ़ाई छोड़कर अपने पति के घर गयी
तो पति ने कहा कि वे देश भर में भ्रमण करेंगे
ऐसे में पत्नी उनके साथ चलकर क्या करेगी ?
उसे अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहिए ----------

पत्नी ने भी उनके साथ चलने की इच्छा जतायी ---
पत्नी जब ससुराल जाती तो वे उससे मिलने नहीं आते
अब पत्नी ने अलग होने का फैसला लेकर
अपनी पढ़ाई मायके में पूरी की ---------

इसे पति का छोड़ना माना जाये या
पत्नी का खुद ही अलग हो जाना !!

बीते पैंतालीस सालों तक
आत्मनिर्भर होकर अकेले जीवन जिया
लेकिन फिर पत्नी की तरह अपनी प्रार्थना में
पति के आगे बढ़ने के लिए प्रार्थना की।

एक दूसरी ख़बर में भी
पत्नियाँ प्रार्थना कर रही थीं -------
उनके पतियों की नौकरी
प्लांट बंद होने से चली गयी थी
और बाद में पतियों को जेल भी हुयी
पत्नियाँ प्रार्थना के साथ
छोटी नौकरी करते हुए
बच्चे भी पाल रही थीं और
धरने पर भी जाती थीं
उनके बच्चों ने माँ के बाद
दूसरा शब्द जिंदाबाद और मुर्दाबाद सीखा।

एक और ख़बर में ईट के भट्टे पर
पति के साथ काम करती पत्नी
बंजारे का जीवन जीते हुए
न कोई प्रार्थना करती है
न उसका पति उसे अकेले छोड़
भ्रमण पर कहीं जाता है-------------

क्यों गौतम का जाना और
पत्नी की प्रार्थना आज महत्वपूर्ण हुयी ?
पत्नी की ज़िंदा रहने की लड़ाई
और भ्रमण की इच्छा वर्षों तक ख़बर नहीं बन सकी।

गौतम का जाना और
यशोधरा की प्रार्थना का काव्य
आज फिर क्यों याद आया !
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