प्रेम में कभी……………………
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हिरोइन का हाथ पकड़ चलती ट्रेन में उसे बहुत बार चढ़ाया गया हैं................
लेकिन प्रेम में कभी आपने
चलते ही उसकी ट्रेन को छुड़वाकर हाथ थामा है उसका ?
ग़ुलाब और रजनीगंधा की महक़ का रिवाज़ सबको मालूम है ----------------------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
नाक पे कपडा बाँधकर उसके लिए निहारी पकायी है ?
इश्क़ में चाँद तारे तोड़ लाने का मुहावरा कानों से खूब गुज़रता है-------------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
पूरी रात खिले तारों के नीचे ठिठुरन में बितायी है ?
दिल की बात कहने को कोई दीवान रट लेने में बुराई नहीं -----------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
अपने इश्क़ की दरग़ाह पर अकेले दीवाली मनायी है ?
सात जन्मों और जन्मों-जन्मों तक बंधना /बांधना सुख है----------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
ख़ुद ही उसकी खातिर प्रेम को आज़ाद छोड़ा है ?
बादलों से पार एक छोटा सा घर सभी बनाते हैं अपनी आँख में ---------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
अपनी आँख में बर्फ़ के पहाड़ पर झोपडी जलायी है ?
मोहब्बत की आग में जलते हुये अलकों] पलकों की छाँव का पता सबको है -----------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
जून की तपती दोपहर अपने सिर पर साल दर साल बितायी है ?
सावन ,बसंत और फ़रवरी में रोमानियत सबके बाग़ में खिलती है -------------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
तोप के मुहाने पर बाँधने को पहला प्रेम-पत्र चुना है ?
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कंचन
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हिरोइन का हाथ पकड़ चलती ट्रेन में उसे बहुत बार चढ़ाया गया हैं................
लेकिन प्रेम में कभी आपने
चलते ही उसकी ट्रेन को छुड़वाकर हाथ थामा है उसका ?
ग़ुलाब और रजनीगंधा की महक़ का रिवाज़ सबको मालूम है ----------------------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
नाक पे कपडा बाँधकर उसके लिए निहारी पकायी है ?
इश्क़ में चाँद तारे तोड़ लाने का मुहावरा कानों से खूब गुज़रता है-------------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
पूरी रात खिले तारों के नीचे ठिठुरन में बितायी है ?
दिल की बात कहने को कोई दीवान रट लेने में बुराई नहीं -----------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
अपने इश्क़ की दरग़ाह पर अकेले दीवाली मनायी है ?
सात जन्मों और जन्मों-जन्मों तक बंधना /बांधना सुख है----------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
ख़ुद ही उसकी खातिर प्रेम को आज़ाद छोड़ा है ?
बादलों से पार एक छोटा सा घर सभी बनाते हैं अपनी आँख में ---------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
अपनी आँख में बर्फ़ के पहाड़ पर झोपडी जलायी है ?
मोहब्बत की आग में जलते हुये अलकों] पलकों की छाँव का पता सबको है -----------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
जून की तपती दोपहर अपने सिर पर साल दर साल बितायी है ?
सावन ,बसंत और फ़रवरी में रोमानियत सबके बाग़ में खिलती है -------------------
लेकिन प्रेम में कभी आपने
तोप के मुहाने पर बाँधने को पहला प्रेम-पत्र चुना है ?
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कंचन
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