Sunday, June 15, 2014

लहूलुहान बचपन !
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कल एक खबर थी कि पति पत्नी दोनों काम पर गये थे
घर में छोटा बच्चा नौकरानी के साथ रहता था
जब वे शाम को घर वापस आये तो
नौकरानी खून में लथपथ मृत पड़ी थी और
बच्चा भी बेहोश था। ....

पहले भी एक ख़बर थी एक घर में 
बच्चा रखने वाली नौकरानी बच्चे को लेकर भाग गयी थी
कई दिन बाद बच्चा मिला।

एक दिन ख़बर थी कि एक माँ ने
सास से दुखी होकर अपने बच्चे को
तीसरी मंज़िल से नीचे फेंक दिया

एक डे-केयर में छोटे बच्चों को अफ़ीम
खिलाया जाता था ,जिससे बच्चे सोते रहें

एक घर में नौकरानी बच्चे से घर के काम करवाती थी
और डराकर रखती थी कि वे सच न बताएं माँ बाप को

एक खबर पढ़ी थी कि माता पिता के जाने के बाद नौकरानी
उनके बच्चे को किराये पर देती थी भीख मंगवाने के लिए

इन सब बच्चों ने अपनी किस्मत से अच्छे पढ़े लिखे माता पिता पाये
लेकिन यह उनका दुर्भाग्य हो गया क्यों कि
पढ़े लिखे माँ बाप ने तो उन्हें असुरक्षित हाथों में सौंप दिया

मेरी आप सबसे अपील है अपने बच्चों की सुरक्षा से समझौता न करें
न बोल पाने वाला बच्चा कैसे अपनी सुरक्षा की मांग करेगा ?

बचपन की किलकारी कानों में लहूलुहान चीख बन रही है
इसे बचाएं !
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कंचन

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